International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भारत में महिला कुपोषण और मृत्यु-दर
1 Author(s): ARCHANA KUMARI
Vol - 8, Issue- 3 , Page(s) : 271 - 277 (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
गरीबी एक अभिशाप है और महिलाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर होता है। यकीनन, दुनिया की कल आबादी का पांचवां हिस्सा, यानी करीब सवा अरब लोग जिन्दगी की बुनियादी जरूरतों से महरूम होकर गरीबी की हालत में ही रहे हैं। इनमें करीब 70 प्रतिशत महिलाएँ हैं। पुरूष को मिलने वाले हर डॉलर के मुकाबले महिलाओं को 75 सेंट यानी एक डॉलर के तीन-चाथाई भाग से भी कम मिलते है। विकासशील देशों की 39 प्रतिशत आबादी रोजाना एक डॉलर से भी कम की राशि पर गुजारा करती है। अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा जनवरी, 2003 में जारी ‘ग्लोबर एम्पलायमेंट ट्रेंड्स‘ के अनुसार सन् 2000 से लेकर दुनिया भर में बेरोजगारों की संख्या में दो करोड़ की वृद्धि हुई है