International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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पंचायती राज : अर्थ, स्वरुप एवं इसका ब्रिटिशकाल एवं स्वतन्त्र भारत में विकास
1 Author(s): DR. AGNIDEV
Vol - 11, Issue- 10 , Page(s) : 80 - 100 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
स्थानीय स्वशासन का अर्थ है, शासन-सत्ता को एक स्थान पर केंद्रित करने के बजाय उसे स्थानीय स्तरों पर विभाजित किया जाए, ताकि आम आदमी की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित हो सके और वह अपने हितों व आवश्यकताओं के अनुरूप शासन-संचालन में अपना योगदान दे सके। पंचायती राज व्यवस्था एक ऐसी व्यवस्था है, जो केन्द्रीय एवं राज्य सरकारो को स्थानीय समस्याओं के भार से हल्का करती है। उनके द्वारा ही शासकीय शक्तियों एवं कार्यो का विकेन्द्रीकरण किया जा सकता है।