( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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भारतीय इतिहास-लेखन : परम्परागत एवं यथार्थपरक अनुशीलन

    1 Author(s):  DR. SANJAY KUMAR

Vol -  11, Issue- 7 ,         Page(s) : 318 - 322  (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

भारतीय इतिहास निरन्तर सांस्कृतिक गतिशीलता एवं विकास की एक अद्भुत विरासत है। प्राचीन इतिहास भारतीय सांस्कृतिक विकास-क्रम की सम्पूर्णता का संग्रह है। प्राचीन भारतीयों द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का अन्वेषण और उपयोग, जीविका के साधनों का निर्माण भोजन, आश्रय, परिवहन, कृषि, कताई-बुनाई, धातु-निर्माण, जंगलों की सफाई, ग्रामों, नगरों एवं अंततः विशाल राज्यों की स्थापना की क्रमबद्ध प्रस्तुति ही इतिहास-लेखन का मूलभूत उद्देश्य है। भारतीय इतिहास की तरह भारतीय इतिहास-लेखन को तीन युगों में विभाजित किया जा सकता है- प्राचीन भारतीय इतिहास-लेखन, मध्यकालीन इतिहास-लेखन एवं आधुनिक इतिहास-लेखन।

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