International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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मनमोहन सिंह और अटल बिहारी के शासन काल में भारत पाकिस्तान नीति एक तुलनात्मक विश्लेषणः
1 Author(s): SUSHILA DEVI
Vol - 3, Issue- 3 , Page(s) : 173 - 184 (2012 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
मूलतः विदेश नीति के निर्धारण में कारक तत्व भौगोलिक, वैचारिक व सम्पदा आधारित होते है। जिन तत्वों का देश में आभाव होगा, उनकी प्राप्ती को लक्ष्य मानते हुए ही विदेश नीति का संचालन होता है । भारत की स्वतंत्रता के समय विश्व दो गुटों में विभाजित था और दोनों गुटों में शीत युद्ध प्रारंभ हो चुका था । ऐसी स्थिति में भारत ने गुटनिरेपक्षता को अपनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय तनाव तथा संघर्षों को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया । भारत नें हमेशा साम्राज्यवादी नीतियों को हतोत्साहित किया है और मूल मानवीय अधिकारों का सरंक्षण करने की अंतर्राष्ट्रीय नीति पर चला हैं। उसकी नीति शांतिपूर्ण सहअस्तित्व की रही है। आर्थिक संसाधनों की उपलब्धता की दृष्टि से भारत सदा से ही सम्पन्न रहा है पर उन उपलब्ध संसाधनों के उचित व पूर्ण दोहन के लिए व ब्रिटेन, रूस जैसे देशों पर निर्भर रहा । स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से भारत विभाजन ने भारत की भौगोलिक स्थिति को जटिल बना दिया ।