1. मोहनलाल जाट, दक्षिणी राजस्थान की जनजातीय चित्रकला, एपेक्स पब्लिशिंग हाउस, उदयपुर, जयपुर, 2014, पृ. 33
2. वही, पृ. 33
3. पूर्णाशंकर मीणा, लोक एवं जनजातीय कला परम्परा, ट्राईब, खण्ड़ (1-2), 2010, पृ. 54
4. वही, पृ. 55
5. मोहनलाल जाट, दक्षिणी राजस्थान की जनजातीय चित्रकला, एपेक्स पब्लिशिंग हाउस, उदयपुर, जयपुर, 2014, पृ. 32
6. वही, पृ. 33
7. डाॅ. महेन्द्र भानावत, लोक कलाओं का आजादीकरण, मुक्तक प्रकाशन, उदयपुर, 2002, पृ. 246
8. डाॅ. विश्वास मेहता, राजस्थान के लोक नृत्य, पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, 2004, पृ. 3
9. मोहनलाल जाट, दक्षिणी राजस्थान की जनजातीय चित्रकला, एपेक्स पब्लिशिंग हाउस, उदयपुर, जयपुर, 2014, पृ. 27
10. वही, पृ. 33
11. पूर्णाशंकर मीणा, लोक एवं जनजातीय कला परम्परा, ट्राईब, खण्ड़ (1-2), 2010, पृ. 54
12. डाॅ. अर्जुनसिंह शेखावत, संस्कृति की वसीयत, आदिवासी अकादमी, पाली, दिव्या प्रकाशन, 2009, पृ. 10
13. डाॅ. महेन्द्र भानावत, लोक कलाओं का आजादीकरण, मुक्तक प्रकाशन, उदयपुर, 2002, पृ. 202
14. वही, पृ. 203
15. डाॅ. महेन्द्र भानावत, लोक कलाओं का आजादीकरण, मुक्तक प्रकाशन, उदयपुर, 2002, पृ. 260