दलित सशक्तिकरण का प्रतिचित्रण
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Author(s):
RAJ KUMAR GAUTAM
Vol - 10, Issue- 3 ,
Page(s) : 298 - 306
(2019 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Abstract
दलित अंग्रेजी शब्द डिप्रेस्ड क्लास का हिन्दी अनुवाद है.डिप्रेस्ड क्लास की जनगणना १९११ में की गई ,जिन्हें वर्तमान में अनुसूचित जातियां कहा जाता है.दलित का अर्थ पिडीत, शोषित, दबा हुआ, खिन्न, उदास, टुकडा, खंडित, तोडना, कुचलना, दला हुआ, पिसा हुआ, मसला हुआ, रौंदा हुआ, विनष्ट हुआ होता है। परन्तु अब अनुसूचित जाति को दलित कहा जाता है, अब दलित शब्द पूर्ण रूप से जाति विशेष के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हजारों वर्षों तक अस्पृश्य या अछूत समझी जाने वाली उन सभी शोषित जातियों के लिए सामूहिक रूप से प्रयुक्त होता है जो हिंदू धर्म शास्त्रों द्वारा हिंदू समाज व्यवस्था में सबसे निचले (चौथे) पायदान पर स्थित है। और बौद्ध ग्रन्थ में पाँचवे पायदान पर (चांडाल) है संवैधानिक भाषा में इन्हें ही अनुसूचित जाति कहा गया है। भारत की जनगणना २०११ के अनुसार भारत की जनसंख्या में लगभग 16.6 प्रतिशत या 20.14 करोड़ आबादी दलितों की है। आज अधिकांश हिंदू दलित बौद्ध धर्म के तरफ आकर्षित हुए हैं और हो रहे हैं, क्योंकी बौद्ध बनने से हिंदू दलितों का विकास हुआ हैं।
- पत्रकार, अनिल यादव वरिष्ठ; लिए, बीबीसी हिंदी डॉट कॉम के. "बौद्ध बनने से हिंदू दलितों के दिन फिरे". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2019.
- संक्षिप्त शब्द सागर -रामचंद्र वर्मा (संपादक), नागरी प्रचारिणी सभा, काशी, नवम संस्करण, 1987, पृष्ठ 468
- "From Buddhist texts to East India Company to now, 'Dalit' has come a long way - Times of India". The Times of India. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2019.
- कितना सच हुआ दलितों के लिए भीमराव अंबेडकर का सपना? - दा इंडियन वायर
- भारतीय दलित आंदोलन : एक संक्षिप्त इतिहास, लेखक : मोहनदास नैमिशराय, बुक्स फॉर चेन्ज, आई॰एस॰बी॰एन॰ : ८१-८७८३०-५१-१
- ताकि बचा रहे लोकतन्त्र, लेखक - रवीन्द्र प्रभात, प्रकाशक-हिन्द युग्म, 1, जिया सराय, हौज खास, नई दिल्ली-110016, भारत, वर्ष- 2011, आई एस बी एन 8191038587, आई एस बी एन 9788191038583
- दलित साहित्य के प्रतिमान : डॉ॰ एन० सिंह, प्रकाशक : वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली -११०००२, संस्करण: २०१२
- मानसरोवर:प्रकाशक :हंस बुक डिपो,इलाहाबाद-३
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