International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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सम्प्रेषण के माध्यम-एकालाप एवं संवाद
1 Author(s): DR.VIKAS SHARMA
Vol - 14, Issue- 4 , Page(s) : 241 - 247 (2023 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
संप्रेषण का अर्थ है अपने भावों, विचारों और संवेदनाओं को एक- दूसरे तक पहुंचाना। अर्थात अपनी बात को दूसरे लोगों तक पहुंचाना संप्रेषण कहलाता है। संप्रेषण कई माध्यमों से होता है परंतु उसका मूल माध्यम भाषा ही है । भाषा मौखिक, लिखित और संकेतात्मक होती है। बोलकर अपने विचारों और भावों की अभिव्यक्ति भाषा का मौखिक रूप है।