International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भक्ति आन्दोलन की सार्थकता - एक पुनर्मूल्याकन
1 Author(s): DR. AMITA SHARMA
Vol - 12, Issue- 4 , Page(s) : 298 - 301 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
इसमें से कोई सन्देह नहीं कि मध्यकालीन भक्त परम्परा के संतो में सुधारवादी सामाजिक ढांचे को बदलने की अद्भुत अवधारणा एवं दृढ़ इच्छाशक्ति थी। इसी इच्छा शक्ति के तहत उन्होंने जनमानस तक पहुँचने के लिए उन्हीं की भाषा तथा उन्हें लुभा सकने वाले व्यक्तित्वों को अपनी रचनात्मकता का आधार चुना। अपने दर्शन के सम्प्रेषण का माध्यम स्थानीय भाषा, कविता एवं गीतों का चयन भी इसी सुधारवादी इच्छाशक्ति की परिणति थे।