International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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प्राचीन भारतीय मूर्तिकला में स्त्री के विविध आयाम
1 Author(s): DR. SHASHI BHUSHAN SINGH
Vol - 12, Issue- 4 , Page(s) : 232 - 236 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
कला, विशेषतः मूर्तिकला मानव चैतन्य की चिरंतन साक्षी रही है जो मानव मस्तिष्क में जन्म लेकर प्रकृति की गोद में आती हैं जहां उसे मिट्टी, काष्ठ, पत्थर और धातु के माध्यम से रूप मिलता है। इसलिए लंबे काल क्रम में यह क्षरण का शिकार भी होती है। कई बार अस्वभाविक रूप से उसे अतिक्रमण भी झेलना पड़ता है। स्त्री मूर्तिकला के संदर्भ में यह समस्या और गंभीर हो जाती है।