International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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अज्ञेय-काव्य में क्षणों का सरोकार
1 Author(s): DR. ROY JOSEPH
Vol - 12, Issue- 4 , Page(s) : 94 - 98 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
हिन्दी काव्य जगत में नयी कविता के सन्दर्भ में क्षणवाद एवं क्षणबोध का विशेष महत्व है। अधिकांश कवियों ने क्षणबोध को अपनी कविताओं में स्थान दिया है। प्रयोगवादी काव्य धारा के प्रवर्तक अज्ञेय पर क्षणवाद का प्रभाव सर्वाधिक मिलता है। इनकी अधिकांश कविताओं में उन्होंने क्षण-दर्शन का महत्व प्रतिपादित किया है।