International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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मधुबनी जिला में शस्य स्वरूप में परिवर्तन एक भौगोलिक अध्ययन
1 Author(s): DR. DINESH KUMAR SAHU
Vol - 11, Issue- 1 , Page(s) : 540 - 552 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
किसी प्रदेश में ऊगाई जाने वाली विविध फसलों के क्षेत्रीय वितरण से बने प्रतिरूप को शस्य प्रतिरूप कहा जाता है। इसके अन्तर्गत एक प्रदेश के सकल फसल क्षेत्रफल से विभिन्न फसलों के प्रतिशत की मात्रा का पता लगाकर उनका सापेक्षित महत्त्व ज्ञात किया जाता है। विभिन्न फसलों के प्रतिशत की गणना करने के पश्चात् फसलों को अलग-अलग श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है जिससे शस्य-स्वरूप के अनेक आर्थिक पहलुओं की जानकारी मिलती है। किसी भी क्षेत्र विशेष का शस्य प्रतिरूप उसके भौतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कारकों के परस्पर प्रतिक्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न और विकसित होता है।