International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भारतीय राजनीति में साम्प्रदायिक राजनीति का अभ्युदय
1 Author(s): DR. BABITA KUMARI
Vol - 10, Issue- 8 , Page(s) : 404 - 410 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
संविधान द्वारा भारत को एक पंथनिरपेक्ष राज्य घोषित किया गया है। फिर भी भारतीय राजनीति में पंथ की एक विशेष भूमिका है। हम पंथनिरपेक्ष राज्य की स्थापना तो कर पाए हैं, किन्तु धर्मनिरपेक्ष समाज की नहीं। धार्मिक विभिन्नता के कारण समाज में विभिन्न प्रकार के तनाव पैदा होते हैं और इन तनावों को बढ़ाने में राजनीतिज्ञ भी भूमिका अदा करते हैं। इससे इनके स्वार्थ सिद्ध होते हैं। बी.जी. गोखले जैसे अनेक व्यक्तियों ने आशा व्यक्त की थी कि राजनीति से धर्म के अलग हो जाने से हिन्दू और मुसलमानों के पुराने विरोध फिर कभी उत्पन्न नहीं होंगे।