International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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अद्वितीय नगरः पाटलिपुत्र
1 Author(s): DR. VIJAY KUMAR MANDAL
Vol - 11, Issue- 3 , Page(s) : 279 - 284 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
पाटलिपुत्र की स्थापना दुर्ग के रूप में अजात शत्रु नें अपने दो प्रसिद्ध मंत्री - सुनीध और वस्सकार की देखरेख में की थी। इसकी स्थापना वैशाली वालों का नाश करने के उद्धेश्य से गंगा सोन के दो आब पर की गयी थी, जो उसके राज्य का नया सैनिक गढ बना। उस लिच्छवि राज्य मगध का प्रबल शत्रु था। लिच्छवियों की सेना इतनी प्रबल हो गयी थी कि उनके सिपाही गंगा पार करके मगध के प्रदेश में पाटलिपुत्र पहुंच जाते थे और वहां महिनो टिके रहते थे। प्रतीत होता है कि उस समय मगध और वैशाली की सीमा रेखा गंगा ही थी।