International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की सम्प्रभुता एवं विस्तार
1 Author(s): DR. ISHTEYAQUE ALAM
Vol - 11, Issue- 3 , Page(s) : 228 - 235 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
अपनी स्थापना के बाद पचास वर्षो तक ईस्ट इण्डिया कम्पनी विशेष लाभ नहीं कमा सकी, किन्तु 17वीं शताब्दी के उत्रार्ध में उसकी स्थिति में अभूत पूर्व सुधार हुआ। 1951 ई0 बंगाल के मुगल सूबेदार शाहशुजा ने कम्पनी को लगभग 3,000 रू0 वार्षिक कर के बदले में बंगाल में व्यापार करने की अनुज्ञा दे दी। 1680 ई0 में सम्राट औरंगजेब ने एक फर्मान जारी किया, जिसके अनुसार कम्पनी को अपरे माल पर 2 प्रतिशत बहिशुल्क का और 2.5 प्रतिशत जजिया कार देने पड़ता था।