International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
गाँधी के अनुसार सभ्यता का संकट और उसका समाधान
1 Author(s): DR. PRIYANKA KUMARI
Vol - 11, Issue- 2 , Page(s) : 298 - 301 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
पर्यावरण क्य है? जहाँ तक इस प्रश्न के उत्तर का प्रश्न है तो इस क्रम में इर्सकोविट्स ने कहा कि पर्यावरण/वातावरण उन सभी दशाओं का योग है जो जीवधारी के जीवन व विकास को प्रभावित करता है। पी0 जिसवर्ट ने भी इसी रूप में परिभाषा दी है। प्राकृतिक सुंदरता व संतुलन पर इसका दुष्प्रभाव नगण्य था, लेकिन जैसे-जैसे जनसंख्या वृद्धि, तकनीकी ज्ञान का विकास हुआ तथा बीती शताब्दी में इसके सामाजिक, आर्थिक क्षेत्र में अनेक परिवर्तन हुए। जनसंख्या तीव्र गति से बढ़ी है, औद्योगिक एवं तकनीकी क्षेत्रा में अत्यधिक विकास हुआ।