International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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मध्यकालीन भारत की सामाजिक अवस्था
1 Author(s): DR. CHANDAN KUMARI
Vol - 11, Issue- 2 , Page(s) : 282 - 287 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
मध्यकालीन भारत के संबंध में प्रचलित आम धारणा के अनुरूप मध्यकाल का सामाजिक ढ़ांचा मध्ययुगीन था और सामाजिक जीवन अनेक प्रकार की कुरीतियों, कुप्रथाओं, पाखण्डों एवं अंधविश्वासों से ग्रस्त था। महिलाओं का जीवन अभिशापित और कमियाँ मजदूरों की दशा दयनीय थी । स्त्रियों का क्रय-विक्रय और कमियाँ मजदूरों का लेन-देन भी होता था। दलित जातियाँ उपेक्षित एवं अछूत जीवन जीने के लिए मजबूर थीं।