राजनीतिक अवधारणा राजनीतिक संस्कृति
1
Author(s):
DR. ADARSH PRATAP SINGH TOMAR
Vol - 8, Issue- 8 ,
Page(s) : 92 - 99
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Get Index Page
Abstract
राजनीतिक समाजीकरण की प्रक्रिया वस्तुतः राजनीतिक संस्कृति के निर्माण, एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में हंस्तान्तरण तथा निरन्तरता का माध्यम है। एक राजनीतिक समाज के मूल्यों, मानकों, विष्वासों का ही सामाजीकरण की प्रक्रिया द्वारा अभिमुखीकरण, ज्ञान, जानकरी एवं जागरुकता लायी जाती है।
राजनीति विज्ञान मे राजनीतिक संस्कृत शब्द का प्रयोग हाल के वर्षों में शुरु हुआ है। सर्वप्रथम राजनीतिक संस्कृत शब्द का प्रयोग ग्रेव्रियल आमण्ड द्वारा अपने लेख ब्वउचंतंजपअम च्वसपजपबंस ैलेजमउ में किया था जो श्रवनतदंस व िच्वसपजपबंस ैलेजमउ (खण्ड 18, 1956) मे प्रकाषित हुआ था। सेमुअल बीअर और एडम उलम्स द्वारा इस शब्द का प्रयोग सन् 1958 मे प्रकाषित अपनी पुस्तक ज्ीम च्ंजजमतदे व िळवअमतदउमदज में किया। परन्तु इस दिषा मे सबसे प्रमुख कृति ग्रेव्रियल आमण्ड और सिडनी वर्वा की श्ज्ीम ब्पअपब ब्नसजनतम रू च्वसपजपबंस ।जजपजनकमे ंदक क्मउवबतंबल पद स्पअम छंजपवदेश् है जोकि सन् 1963 मे प्रकाषित हुई जिसमे इंग्लैण्ड, जर्मनी, इटली, मेक्सिको तथा अमरीका के जनमानस के दृष्टिकोण तथा प्रवृत्तियों के अध्ययन का प्रयास किया गया।
|