छत्तीसगढ़ राज्य में उद्योग क्षेत्र के विकास की संभवनाएॅ
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Author(s):
DR. TAPESH CHANDRA GUPTA, SMT. RITU MARWAH
Vol - 8, Issue- 6 ,
Page(s) : 259 - 262
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
छत्तीसगढ़ राज्य आज सबसे तीव्र गति से विकसित होने वाले राज्य के रूप में अपनी पहचान बना चुका है यहाॅ कृषि के साथ-साथ खनिज संपदा, वनोपज एवं उस पर आधारित उद्योगो की अपार संभावना है। राज्य निर्माण के सन् 2000 के पष्चात् राज्य उद्योग स्थापित करने के लिए आर्कषित करने वाले राज्य के रूप में उभरकर सामने आया है। राज्य निर्माण के पष्चात् अधोसंरचना के विकास के साथ परिवहन एवं यातायात संबंधी लघु उद्योग एवं व्यापार की भी अपार संभावना हैं। प्रमुख कोर उद्योग जैसे आयरन, स्टील,सीमेंट एवं ऊर्जा आदि में अप्रत्याषित वृद्धि के फलस्वरूप राज्य ने संपूर्ण देष मे अपनी प्रगति के पैमाने को आदर्ष रूप में प्रस्तुत किया है। राज्य खनिज संपदा की दृष्टि से भी अत्यंत समृद्ध है संपूर्ण भारत के खनिज के मूल्य मे राज्य का योगदान 8.2 प्रतिषत है। राज्य में विद्युत आधिक्य, सरल एवं लचीली औद्योगिक नीति के फलस्वरूप यहाॅ नवीन उ़द्योग स्थापना एवं स्थापित उद्योगो की प्रगति की प्रबल संभावनाएॅ है। उक्त संभवनाओ को दृष्टिगत करते हुए प्रस्तुत षोध पत्र तैयार किया गया है।
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