सल्तनतकालीन इतिहास का एक स्त्रोत: वास्तुकला
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Author(s):
ANJU KODAN
Vol - 8, Issue- 6 ,
Page(s) : 236 - 241
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
इतिहास लेखन के लिए हम किसी एक तत्व पर निर्भर न रहकर अनेक माध्यमों या स्त्रोतों जो हमारे अतीत के राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक, नैतिक, धार्मिक कला और वास्तुकला से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सम्बन्धित है, आदि पर निर्भर रहना पडता है। इन्ही के माध्यम से हम एक दूसरे तथ्य का आपस मे सम्बन्ध स्थापित कर इतिहास निर्माण करते है। वास्तव मे यदि देखा जाए तो मुख्य रूप से वास्तुकला को इतिहास के स्त्रोत (लेखन) के रूप मे व्यापकता प्राप्त हुए ज्यादा समय नही हुआ है ।
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