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प्रेमचन्द युगीन हिन्दी कहानी
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Author(s):
RAM KISHORE SWAMI
Vol - 8, Issue- 7 ,
Page(s) : 338 - 341
(2017 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
हिन्दी कहानी के क्षितिज पर प्रेमचन्द का आविर्भाव एक नवीन युग की चेतना की स्पष्ट आहट है। इ
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