दर्शन में शब्दार्थ व वाच्यार्थ
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Author(s):
VINAY KUMAR
Vol - 16, Issue- 10 ,
Page(s) : 11 - 16
(2025 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
भारतीय और पाश्चात्य दार्शनिक दर्शन के प्रारंभिक काल से ही मानवीय समस्याओं से संबंधित मूल प्रत्ययों के अर्थ विश्लेषण में संलग्न रहे हैं
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