सांगानेरी प्रिंट में प्रयुक्त रूपांकनों का समीक्षात्मक अध्ययन व वर्तमान स्वरूप
1
Author(s):
JYOTI VERMA
Vol - 16, Issue- 9 ,
Page(s) : 11 - 18
(2025 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
Get Index Page
Abstract
वस्त्र कला का प्राचीन समय से ही भारत में एक समृद्ध इतिहास रहा है। भारत में मुगलों के समय से ही पारंपरिक वस्त्र कला के केंद्र रहे हैं।
|