भारतीय दर्शन में प्रकृति
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Author(s):
DR. DEV KRISHNA THAPLIYAL
Vol - 16, Issue- 5 ,
Page(s) : 252 - 261
(2025 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
पृथ्वी पर मौजूद समस्त जो हमें दिखाई देती है, महसुस होती हैं, अथवा अनुभव की जाती हैं, वे सभी सम्मिलित रूप में पृथ्वी के पर्यावरण का निर्माण करती हैं।
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