औपनिवेशिक काल में नगदी फसलों की विविधता और किसानों की आजीविका पर उसका प्रभाव
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Author(s):
PREAMLATA KUMARI ,PROF.(DR.) PUSHPA KUMARI
Vol - 16, Issue- 2 ,
Page(s) : 291 - 298
(2025 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
भारत की कृषि परंपरा सहस्राब्दियों पुरानी है, जहाँ मुख्य रूप से खाद्यान्नों का उत्पादन जीवनयापन और स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु किया जाता था।
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