विचित्र संरचना के भारतीय फंतासी चित्रकार : बिकास भट्टाचार्जी
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Author(s):
DR. VANDANA TOMER , PANKAJ KUMAR
Vol - 15, Issue- 12 ,
Page(s) : 326 - 333
(2024 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
‘कला’ स्वतंत्र सत्ता है तथा कलाकार उसी सत्ता का उपयोग करता है। कलाकार प्रायः अपनी कल्पना से सृजन करना चाहता है। भारतीय कला का अवलोकन करने पर हम पाते हैं कि भारतीय कला अधिक जागरूक, कल्पनात्मक एवं रचनात्मक है।
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