मध्ययुगीन कुरमाली काव्य में अलंकार
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Author(s):
DR. UPENDRA KUMAR
Vol - 15, Issue- 4 ,
Page(s) : 159 - 163
(2024 )
DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
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Abstract
मध्ययुगीन कुरमाली काव्य में अलंकार का महत्वपूर्ण स्थान है। सम्भवतः कहा जाता है कि जनपदीय भाषा में अलंकार नहीं होता है। हो सकता है कि लोककवि को अलंकार का ज्ञान नहीं होगा, लेकिन हमारे मध्ययुगीन कुरमाली काव्य में अलंकार पाया जाता है।
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