( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 21    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

उग्र राष्ट्रवाद: एक सिंहावलोकन

    1 Author(s):  JYOTISH KUMAR

Vol -  10, Issue- 5 ,         Page(s) : 540 - 545  (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

कांग्रेस की अनुनय विनय की नीति से ब्रिटिश सरकार पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पर सका । इसके प्रतिक्रियास्वरूप इस भावना का जन्म हुआ कि स्वराज्य मांगने से नहीं अपितु संघर्ष से प्राप्त होगा । भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पुराने नेताओं के संवैधानिक आंदोलन, आदर्श तथा उनके कार्य शैली से भारतीयों में विश्वास उठता चला गया । अत: संघर्ष द्वारा स्वतंत्रता प्राप्त करने की जिस भावना का जन्म हुआ; 'उग्रराष्ट्रवाद' की भावना कहलाया । भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एक दल इसी भावना के कट्टर समर्थक थे । जिनका विचार था कि कांग्रेस का ध्येय स्वराज्य होना चाहिए ; जिसे वे आत्मविश्वास और आत्मनिर्भर से प्राप्त करे। यह दल उग्रवादी कहलाया ।

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details