( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH

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भारत में सरकार बनाने में प्रमुख गठबंधनों की भूमिका

    1 Author(s):  DR JANAMEJAY MISHRA

Vol -  10, Issue- 5 ,         Page(s) : 486 - 493  (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH

Abstract

संयुक्त सरकारों के गठन में वैचारिक एकता के तत्व पर ध्यान दिया जाने लगा और इस प्रकार राज्यों में जो संयुक्त सरकारें अस्तित्व में आयी वे अस्थायित्व की कसौटी पर खरी उतरी जैसे पंजाब में अकाली-जनसंघ व अकाली-भाजपा, महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना, कांग्रेस - राष्ट्रवादी कांग्रेस, पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा व केरल में वाम मोर्चा अथवा कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन। सूत्रों के अनुसार अब तक 500 से ज्यादा दल-बदलुओं को गद्दी मिल गयी थी और 25 मुख्यमंत्री दल-बदलू ही कहे जा सकते हैं। केन्द्र की अपेक्षा राज्यों में दल-बदल की घटनाएं अधिक हुई है। राज्यों की राजनीति में आधुनिकीकरण के साथ ही जाति के प्रभाव में वृद्धि इंगित होती है। भारतीय राजनीति के निर्धारक तत्वों में धर्म, जाति, क्षेत्रीयतावाद का अत्यंत प्रभावशील तत्व रहे हैं। संविधान में पंथ निरपेक्ष प्रावधान अपनाने के कारण भारतीय राज्य व्यवस्था का चरित्र भी पंथ निरपेक्ष होने की अपेक्षा की जाती है।

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