International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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प्राचीनकाल में वर्ण और जाति व्यवस्था में शुद्रों की स्थिति
1 Author(s): PRIYANKA BHASKAR
Vol - 10, Issue- 6 , Page(s) : 388 - 393 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
प्राचीनकाल में शुद्रों की स्थिति जातियों के आधार पर बहुत ही दयनीय थी । उन्हें समाज के सबसे निचले पायदान पर रखा जाता था। उन्हें तीनों वर्णों का सेवक बताया गया। उन्हें धार्मिक क्रियाओं के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया । वहीं गुप्तकाल तक आते-आते शुद्रों की स्थिति में सुधार ह®ने लगा । सामाजिक, आर्थिक व धार्मिक दृष्टि से शुद्रों को कृषक के रूप में मान्यता मिलने लगी।