International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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स्त्री प्रश्न और फणीश्वरनाथ रेणु का लेखन (मैला आंचल के विशेष संदर्भ में)
1 Author(s): DR. JAYANT KUMAR KASHYAP
Vol - 12, Issue- 10 , Page(s) : 351 - 355 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
स्त्री विमर्श महत्वपूर्ण समकालीन विमर्शों में एक है। इस विमर्श के कुछ तीखे प्रश्न हैं। क्या फणीश्वरनाथ रेणु के साहित्य में इसकी अनुगूंज सुनाई देती है? उत्तर साफ शब्दों में दिया जा सकता है- हां! स्त्री प्रश्न रेणु के यहां व्यावहारिक धरातल पर अन्तर्वस्तु के रूप में पसरा हुआ है न कि सैद्धांतिक रूप में। वस्तु और रूप का यह ट्रीटमेंट रेणु की अन्यतम विशेषता है जो उन्हें किसी भी मतवाद के दायरे से बड़ा कर देती है। ट्रीटमेंट की यह नई पद्धति वस्तुतः दृष्टि के स्तर पर घटित रेणु के यहां एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मोड़ है।