International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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केदारनाथ अग्रवाल के काव्य में प्रकृति एवं सामाजिक संवेदना
1 Author(s): PROF.DR.USHA BANSODE
Vol - 12, Issue- 6 , Page(s) : 87 - 90 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
केदारनाथ अग्रवाल हिन्दी के प्रगतिशील काव्यधारा के प्रख्यात कवि है । जनसमान्य का संघर्ष और प्रकृतिचित्रण उनके काव्य के मुख्य विषय रहे है। आपने मार्क्सवादी दर्शन के जीवन का आधार माना जनसाधारण के प्रति गहरी संवेदना होने के कारण किसान, मजदूर, शोषित, पीडीत एवं आम जन की पीडाओं को अपने काव्य में सशक्त अभिव्यक्ती दी है ।