International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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पालि साहित्य में ’दान’ की अवधारणा
1 Author(s): SUNITA SINHA
Vol - 10, Issue- 6 , Page(s) : 473 - 478 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
पालि साहित्य बौद्ध धर्म के अनुयायियों, भिक्षु-भिक्षुणियों, उपासक-उपासिकाओं और गृहस्थों के जीवन एवं दान से सम्बन्धित क्रिया करने का साहित्य है। बौद्ध भिक्षु अनागारिक होते हैं और इनका कोई अपना घर-परिवार नहीं होता है। उनकी वृत्ति दान पर निर्भर होता है। वह गृहस्थों के घर भिक्षाटन कर अपने जीवन गुजर-वसर करते हैं।