International Research journal of Management Sociology & Humanities
( ISSN 2277 - 9809 (online) ISSN 2348 - 9359 (Print) ) New DOI : 10.32804/IRJMSH
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भारतीय पुनर्जागरण चेतना के विकास में स्वामी विवेकानन्द की भूमिका
2 Author(s): GITANSH YADAV ,DR. SANDYA MISHRA
Vol - 11, Issue- 2 , Page(s) : 308 - 313 (2020 ) DOI : https://doi.org/10.32804/IRJMSH
भारत में नवजागरण अथवा पुनर्जागरण की चेतना का वास्तविक स्वरूप शताब्दी के आरम्भिक दशकों में जिस प्रकार का था वह इस शताब्दी के अंतिम दशकों में बहुत कुछ बदल गया। इस अध्ययन का केन्द्र-बिन्दु उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम दो दशक है क्योंकि इसी अवधि में स्वामी विवेकानन्द ने केवल भारत में ही नहीं अपितु विश्व में इस पुनर्जागरण से प्रभावित हिन्दू धर्म पर ध्यान केन्द्रित किया।